सूरज का ढलना भी जरूरी है
चाँद का निकलना भी जरूरी है
ऐ वक़्त तू जरा भी न ठहर
इनका साथ देना भी जरूरी है
शुभ रात्रि
रात का अँधेरा कुछ कहना चाहता है,
ये चाँद चांदनी के साथ रहना चाहता है,
हम तो तन्हा ही खुश थे ,
मगर पता नहीं क्यों ये दिल किसी के साथ रहना चाहता है
GOOD NIGHT DEAR
तेरी यादों में नींद का आना बड़ा मुश्किल हो गया है,
और नींद आ भी जाये तो उस नींद पर भी तेरा पहरा हो गया है।
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Good Night Shayari